2009-09-19

Mohabbat

बेइन्तहा करते है हम मोहब्बत उनसे पर…..
दिल में है जो,उन्हें लफ्जों में हम कैसे जताएं !!
इश्क कि बातें हैं बंद जुबान की, अब ……..
भरी महफिल में हम कैसे सुनाएँ,कैसे समझाएं

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